-9914171048.jpg)
रिपोर्ट: ऋषि राज
भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान प्राप्त कर लिया है। यह घोषणा नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम ने 24 मई 2025 को नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद की। उन्होंने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर गई है, जो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों पर आधारित है।
सुब्रह्मण्यम ने कहा, "हम इस समय दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। यह मेरा नहीं, बल्कि IMF का डेटा है। भारत अब जापान से बड़ा है।" उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। यदि भारत अपनी योजनाओं और नीतियों पर कायम रहता है, तो अगले 2.5 से 3 वर्षों में यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
IMF के अप्रैल 2025 के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की नाममात्र GDP वित्त वर्ष 2026 में लगभग 4,187.017 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो जापान की अनुमानित GDP 4,186.431 बिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक है। इसके साथ ही, IMF ने अनुमान लगाया है कि भारत 2025 और 2026 में क्रमशः 6.2% और 6.3% की दर से वृद्धि करेगा, जिससे यह अगले दो वर्षों में भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
इस उपलब्धि के पीछे भारत की मजबूत आर्थिक नीतियां, अनुकूल भू-राजनीतिक परिस्थितियां और विभिन्न क्षेत्रों में सुधारात्मक उपायों का योगदान है। नीति आयोग के CEO ने यह भी बताया कि सरकार अगस्त में परिसंपत्ति मुद्रीकरण की दूसरी श्रृंखला शुरू करने की योजना बना रही है, जिससे आर्थिक विकास को और गति मिलेगी।
भारत की यह उपलब्धि न केवल उसकी आर्थिक शक्ति को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती भूमिका और प्रभाव को भी रेखांकित करती है।